आपने 5 मुखी रुद्राक्ष के बारे में सुना ही होगा, जिसमें रुद्राक्ष को विभाजित करती हुई पांच रेखाएं होती हैं, जो रुद्राक्ष को 5 भागों में विभाजित करती हैं, जिसे 5 मुखी रुद्राक्ष कहते हैं। 5 मुखी रुद्राक्ष हमारे जीवन में विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है। 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे मुख्य रूप से ऐसे लोगों को प्राप्त होते हैं, जो इस रुद्राक्ष को विधि-विधान तथा नियम के तहत धारण करते हैं, जैसा कि आप जानते हैं कि 5 मुखी रुद्राक्ष बहुत ही उपयोगी होता है तथा हमारे जीवन से विभिन्न प्रकार की समस्याओं को समाप्त करने के लिए धारण किया जाता है। इसलिए 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे के बारे में आपको जानकारी होना आवश्यक है। आज के इस लेख में हम आपको 5 mukhi rudraksha benefits के बारे में जानकारी देंगे जो आपके जीवन में होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करेगी जिससे आपका जीवन सफलता की और बढ़ेगा और आप अपने जीवन में तरक्की कर सकते हैं।
5 मुखी रुद्राक्ष (5 Mukhi Rudraksha)
5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे के बारे में जानने से पहले आपको पांच मुखी रुद्राक्ष क्या होता है तथा यह किन परिस्थितियों में धारण किया जा सकता है। इसकी जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है, 5 मुखी रुद्राक्ष उन सभी रुद्राक्ष में शामिल है, जो प्राचीन काल में भगवान शिव से संबंध रखते हैं। पांच मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न पृथ्वी पर पौधे से प्राप्त एक बीज होता है। जिसमें रुद्राक्ष को विभाजित करने वाली पांच स्पष्ट रेखाएं होती हैं, जो रुद्राक्ष को 5 भागों में विभाजित करती है, जिसके कारण यह रुद्राक्ष 5 भागों में विभाजित हो जाता है और इसे 5 मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है। यह रुद्राक्ष हिमालय कैलाश पर्वत तथा नेपाल के आसपास के क्षेत्र में अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसे दक्षिण भारत व इंडोनेशिया से भी प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन सबसे उच्च क्वालिटी के रुद्राक्ष नेपाल से प्राप्त होते हैं, जिनमें सबसे अधिक सकारात्मक ऊर्जा होती है। प्राचीन मान्यताओं के आधार पर देखा जाए तो, इस रुद्राक्ष मे मां दुर्गा, भगवान गणेश, भगवान शिव, भगवान विष्णु और सूर्य देव की खास कृपा रहती है।
5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे (5 Mukhi Rudraksha Benefits)
5 मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग करके विभिन्न प्रकार के फायदे प्राप्त किए जाते हैं, 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से हमें देवी शक्तियों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक औषधि लाभ भी प्राप्त होते हैं, इसलिए 5 मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग हम विभिन्न प्रकार के लाभ के लिए करते हैं, जो लोग अपने जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याओं से परेशान हो चुके हैं और उन सभी समस्याओं का हल खोजते खोजते उनको अपने जीवन में निराशा मिली है, तो 5 मुखी रुद्राक्ष आपके जीवन को आशाओं से भर सकता है, क्योंकि इसमें 5 देवी देवताओं का वास होता है जो धारण करने वाले व्यक्ति के ऊपर कृपा दृष्टि बनाए रखता है। इसके अलावा वैज्ञानिक रूप से इसमें कुछ ऐसे आयुर्वेदिक तत्व पाए जाते हैं, जो मानव शरीर में होने वाली विभिन्न समस्याओं के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। यदि आप भी प्रकार की मानसिक शारीरिक दैविक दैहिक तथा सांसारिक समस्याओं से परेशान हैं और आप अपने जीवन में कुछ नहीं कर पा रहे हैं, तो आपको 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने से निम्नलिखित प्रकार से लाभ प्राप्त होते हैं।
- 5 मुखी रुद्राक्ष के आयुर्वेदिक औषधि फायदे।
- 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के दैवीय फायदे।
5 मुखी रुद्राक्ष के आयुर्वेदिक औषधि फायदे
पौराणिक धार्मिक ग्रंथों के अनुसार 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के ऊपर भगवान शिव तथा 5 देवी देवताओं की कृपा रहती है। इन सभी देवी देवताओं में शिव, विष्णु, गणेश जी, सूर्य देव और मां दुर्गा हैं, जो अपने आशीर्वाद से धारण करने वाले व्यक्ति को सुख वैभव तथा सफलता प्रदान करते हैं। किंतु 5 मुखी रुद्राक्ष में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण भी पाए जाते हैं, जिसके कारण 5 मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। वर्तमान समय में डॉक्टर द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि 5 मुखी रुद्राक्ष में कुछ ऐसे आयुर्वेदिक औषधि गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए प्रयुक्त होते हैं, वैसे तो प्राचीन काल से भी विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज के लिए रुद्राक्ष का प्रयोग किया जाता था, किंतु वर्तमान समय में एलोपैथी बढ़ने के कारण आयुर्वेद की तरफ लोगों का ध्यान कम था, किंतु अब धीरे-धीरे लोग आयुर्वेद को अपना रहे हैं। मानसिक विकलांगता, क्रोध प्रबंधन, मधुमेह, बवासीर, विक्षिप्त और कुपोषण की इस समस्या को ठीक करने के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है। इसलिए विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज में रुद्राक्ष का प्रयोग किया जा रहा है। पांच मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग करते हुए निम्नलिखित रोगों को दूर किया जा सकता है
- यह कब्ज को दूर करने के लिए।
- यह रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए।
- ब्रोंकियल अस्थमा की समस्या को ठीक करने के लिए।
- त्वचा संबंधी रोगों के लिए।
- शरीर से मोटापा कम करने के लिए।
कब्ज को दूर करने के लिए
यदि किसी भी व्यक्ति को कब्ज की समस्या है जिसके कारण उसको अन्य विभिन्न प्रकार की समस्याएं जैसे पेट में दर्द की समस्या, के साथ-साथ बवासीर की समस्या हो जाती है, तो व्यक्ति को कब्ज की समस्या से बचने के लिए रुद्राक्ष का प्रयोग करना चाहिए। 5 मुखी रुद्राक्ष को पीतल के पात्र में भिगोकर उसके पानी का प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा यदि आप शीघ्र लाभ पाना चाहते हैं तो आपको 5 मुखी रुद्राक्ष को पीसकर उसका चूर्ण बना लेना चाहिए तथा उस चूर्ण को दैनिक रूप से दही या छाछ के साथ काला नमक का प्रयोग करते हुए प्रयोग करना चाहिए, जिससे पाचन क्रिया सही रहती है और कब्ज की समस्या अतिशीघ्र ठीक हो जाती है। जब कब्ज की समस्या ठीक हो जाती है तो कब्ज के कारण होने वाले विभिन्न प्रकार के रोग ठीक हो जाते हैं तथा व्यक्ति को आराम का अनुभव होता है। हमारे शरीर में लगभग 80% रोग पेट में कब्ज की समस्या से होते हैं, इसलिए यदि पेट कब्ज मुक्त रहता है तो हमारा शरीर रोगमुक्त रहता है और हम स्वस्थ जीवन व्यतीत करते हैं। इसलिए 5 मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग पहनने के साथ-साथ कब्ज को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है।
यह रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए
हमारे शरीर में रक्तचाप को नियंत्रित रखना बहुत ही आवश्यक होता है, यदि हमारे शरीर का रक्तचाप कम या ज्यादा होता है, तो हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं होती हैं, जिससे हमें हृदय संबंधी विभिन्न प्रकार की बीमारियां तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इसलिए रक्तचाप को नियंत्रित करना हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है। रक्तचाप के कारण आधुनिक समय में बहुत अधिक हार्ड फेल की समस्याएं देखने को मिलती हैं, इसके अलावा विभिन्न प्रकार की अन्य शारीरिक समस्याएं भी रक्तचाप अनियंत्रित होने के कारण होती हैं। इसलिए जिन व्यक्तियों का रक्तचाप नियंत्रित होता है, उनको पांच मुखी रुद्राक्ष की माला धारण करनी चाहिए 5 मुखी रुद्राक्ष में चुंबकीय ऊर्जा होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहयोग करती है। यदि हम उसे गले में धारण करते हैं, तो चुंबकीय ऊर्जा का प्रभाव हमारे हृदय पर पड़ता है, जिसके कारण रक्तचाप नियंत्रित रहता है। इसलिए जिन व्यक्तियों को रक्तचाप की समस्या होती है, उनको अपने हाथों तथा गले में 5 मुखी रुद्राक्ष की माला धारण करनी चाहिए।
ब्रोंकियल अस्थमा की समस्या को ठीक करने के लिए
स्वास्थ्य संबंधित बीमारी जो दमा जैसी समस्या से जुड़ी होती है उसे ब्रोंकाइल अस्थमा कहा जाता है। ब्रोंकाइल अस्थमा हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है तथा उनके शरीर में अति शीघ्र थकान का अनुभव होता है, जिसके कारण व्यक्ति किसी भी कार्य को करने में असमर्थ होता है, क्योंकि यदि वह थोड़ी दूर चलता रही है तो उसकी सांस फूलने लगती हैं और उसे शरीर में भारीपन महसूस होता है। इसके अलावा यदि जबरदस्ती कोई कार्य करता भी है तो उसे बेहोशी का अनुभव होने लगता है और कई बार उसे चक्कर भी आ जाते हैं, जिसके कारण वह बेहोश हो जाता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष बहुत ही उपयोगी माना जाता है। 5 मुखी रुद्राक्ष को पीतल के पात्र में शुद्ध पानी में भिगोकर रात को रखने के पश्चात सुबह रुद्राक्ष पानी से निकालकर पानी का सेवन करना चाहिए, इससे ब्रोंकाइल अस्थमा की समस्या समाप्त हो जाती है और व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है, जिसके कारण उससे होने वाली थकान तथा सांस फूलने की समस्या ठीक हो जाती है और व्यक्ति स्वस्थ जीवन व्यतीत करता है।
त्वचा संबंधी रोगों के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
यदि आपको विभिन्न प्रकार के त्वचा संबंधी रोग है और इन रोगों के कारण विभिन्न प्रकार के समस्याओं का सामना कर रहे हैं तथा आपका शरीर, चेहरा कुरूप दिखता है आपके चेहरे पर तथा शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं, तो आप त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए आप रुद्राक्ष का प्रयोग कर सकते हैं। 5 मुखी रुद्राक्ष में त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए विशेष गुण पाए जाते हैं। त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार के समस्याओं को ठीक करने के लिए रुद्राक्ष हो पीसकर बारीक पाउडर बना लेते हैं, उसके पश्चात इस पाउडर को किसी तेल में मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगातार लगाते रहते हैं। रुद्राक्ष में एंटीबायोटिक तथा एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण यह त्वचा के विकार को अति शीघ्र दूर करता है। इसके अलावा शरीर में किसी प्रकार के घाव को अतिशीघ्र ठीक करने के लिए रुद्राक्ष का प्रयोग किया जा सकता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए रुद्राक्ष को पीतल के पात्र में पानी में भिगो देना चाहिए तथा प्रातः कालीन किस पानी का प्रयोग करना चाहिए। इस पानी को पीने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है जिससे हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां नहीं होती हैं तथा हमारा शरीर विभिन्न रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।
शरीर से मोटापा कम करने के लिए
जब हमारे शरीर में अत्यधिक फैट एकत्रित हो जाता है, तो हमारा शरीर मोटा दिखाई देने लगता है शरीर में मोटापा बढ़ने के कारण शरीर में कोलेस्ट्रोल तथा वसा की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण हमारा शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों का शिकार होने लगता है। इसलिए शरीर से फैट की मात्रा को कम करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति विभिन्न उपाय करता है जिसमें व्यक्ति एक्सरसाइज, योगाभ्यास तथा एक विशेष प्रकार की डाइट को शामिल करता है। किंतु मोटापा को कम करने के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग भी किया जा सकता है, जैसा कि आप जानते हैं कि रुद्राक्ष में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो हमारे शरीर से विभिन्न प्रकार के विषैले पदार्थों को निकालने के काम में प्रयोग किए जाते हैं। इसलिए यदि आप रुद्राक्ष का प्रयोग करते हैं, तो शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर हो जाते हैं तथा हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। इन विषाक्त पदार्थों के साथ-साथ हमारे शरीर से फैट, कोलेस्ट्रोल, तथा अन्य हानिकारक पदार्थ निकल जाते हैं, इसलिए शरीर के मोटापे को कम करने के लिए रुद्राक्ष का प्रयोग किया जा सकता है।
5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के दैवीय फायदे
5 मुखी रुद्राक्ष हमें विभिन्न प्रकार की ऐसी शक्तियों से बचाता है, जिनके बारे में हमें पता नहीं होता है ऐसी अदृश्य शक्तियां जो हमारे आसपास नकारात्मक ऊर्जा के रूप में उपस्थित होती हैं, जिनके कारण हमारे जीवन में उथल-पुथल मची होती है, किंतु उसका वास्तविक कारण हमें पता नहीं चलता है। ऐसी समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति विभिन्न उपाय करता है, लेकिन उसको सफलता प्राप्त नहीं होती है, तो ऐसी समस्याओं से बचने के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। 5 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए उपर्युक्त विधि पूजन द्वारा ही रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए जिससे रुद्राक्ष से सकारात्मक ऊर्जा उत्सर्जित होती है तथा व्यक्ति के आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर देती, जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में आने वाली विभिन्न प्रकार की कठिनाइयां तथा विभिन्न प्रकार की अन्य समस्याएं दूर हो जाती है और व्यक्ति अपने जीवन में सफलता तथा खुशहाली पूर्वक अपने जीवन व्यतीत करता है। 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से निम्नलिखित दैवीय शक्तियों से फायदे मिलते हैं
- 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के अंदर निडरता आ जाती है।
- 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति की कभी भी अकाल मृत्यु नहीं होती है।
- इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के जीवन में धन संपदा तथा रुपया पैसे की कमी नहीं होती है।
- जादू टोना तथा भूत प्रेत की समस्या नहीं होती है।
- किसी खराब व्यक्ति की नजर उसके व्यवसाय तथा नौकरी पर नहीं लगती है।
- 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात व्यक्ति आदर्शवादी तथा स्वेच्छाचारी हो जाता है।
- इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात वे सभी बुरे कार्य छोड़ देता है।
- मानसिक तनाव अनिद्रा तथा तनाव के कारण होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याएं दूर करता है।
- मानसिक विकलांगता, क्रोध प्रबंधन, मधुमेह, बवासीर, विक्षिप्त और कुपोषण की इस समस्या को ठीक करने के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है।
- नींद ना आने की समस्या, सिर दर्द, एसिडिटी आदि लोगों के लिए भी पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है।
निष्कर्ष
चाहे 5 मुखी रुद्राक्ष हो या फिर कोई भी रुद्राक्ष हो प्रत्येक रुद्राक्ष हमारे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में तथा विभिन्न प्रकार के कार्यों में प्रयोग किया जाता है। रुद्राक्ष का प्रयोग शारीरिक बीमारियों से लेकर विभिन्न प्रकार की मानसिक समस्याओं तथा सामाजिक व दैवी शक्तियों से बचने के लिए किया जाता है। प्राचीन काल में बहुत अधिक मात्रा में रुद्राक्ष का प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज में किया जाता था, किंतु रुद्राक्ष का प्रयोग धीरे-धीरे समाप्त होने लगा लेकिन रुद्राक्ष का प्रयोग करने से बहुत अधिक लाभ प्राप्त होते हैं। इसलिए 5 mukhi rudraksha benefits के बारे में उपरोक्त लेख में बताया गया है। जिससे कि प्रत्येक व्यक्ति 5 मुखी रुद्राक्ष के बारे में तथा 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके और अपने जीवन को खुशहाल बना सकें। यदि आप पांच मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग करते हुए अपने शरीर से विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करना चाहते हैं, तो आपको उपरोक्त लेखक के अध्ययन की आवश्यकता है जिसमें 5 मुखी रुद्राक्ष द्वारा विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज के बारे में बताया गया है, जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी हो सकता है।
यह भी देखें: 7 Mukhi Rudraksha Benefits | दैवीय लाभ के साथ शारीरिक लाभ
लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न
5 मुखी रुद्राक्ष गले में पहनने से क्या होता है?
यदि आप 5 मुखी रुद्राक्ष को गले में धारण करते हैं, तो 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे प्राप्त होते हैं जिसमें से आपको रक्तचाप की समस्या तथा पेट में कब्ज की समस्या के साथ-साथ अन्य विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लाभ प्राप्त होता है। 5 मुखी रुद्राक्ष को आप गले के अलावा हाथ में भी धारण कर सकते हैं। पांच मुखी रुद्राक्ष आपको जादू टोने तथा अन्य विभिन्न प्रकार की बुरी ताकतों से बचाता है।
5 मुखी रुद्राक्ष कौन पहन सकता है?
सामान्य परिस्थितियों में कोई भी व्यक्ति 5 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकता है, किंतु जिन व्यक्तियों का ग्रह स्वामी बृहस्पति होता है या फिर उनका राशि धन या फिर मीन है, ऐसे लोग भी 5 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं, जिससे उनके जीवन के विभिन्न प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। यदि कुंडली में बृहस्पति ग्रह की दशा खराब रहती है तो 5 मुखी रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है इससे जीवन की सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
5 मुखी रुद्राक्ष कब धारण करना चाहिए?
5 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव के साथ-साथ अन्य पंच देवी देवता निवास करते हैं और 5 मुखी रुद्राक्ष का गृहस्वामी बृहस्पति होता है, यदि आप 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहते हैं, तो आपके लिए सबसे शुभ समय सोमवार या फिर बृहस्पतिवार का दिन होता है। यदि आप सोमवार और बृहस्पतिवार को 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे प्राप्त होंगे और आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे।
5 मुखी रुद्राक्ष का क्या फल है?
5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के विभिन्न फल प्राप्त होते हैं इसको धारण करने से विभिन्न प्रकार की शारीरिक मानसिक तथा सांसारिक समस्याओं के साथ-साथ व्यक्ति के जीवन में ग्रह दशा तथा राशि के कारण होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसलिए यदि व्यक्ति के जीवन में तरक्की रुक गई है, सफलता नहीं मिल रही है, वह बीमार रहता है, व्यक्ति को पेट संबंधी विभिन्न बीमारियां हैं या फिर स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां हैं तो ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष का प्रयोग किया जा सकता है।